योग आसनों की विविधता में कुछ मूलभूत आसन शामिल होते हैं जो शरीर की हल्कापन उपलब्ध कराते हैं।
1. ताड़ासन: यह आसन खड़े होकर दोनों हाथों को ऊपर उठाकर शरीर को खींचने में सहायक होता है। इससे शरीर में एक नई ऊर्जा का संचार होता है।
2. वृक्षासन: एक पैर पर खड़े होकर दूसरे पैर को घुटने के पास सटीक स्थान पर रखना इस आसन की विशेषता है। यह संतुलन को सुधारकर मन को स्थिरता देता है।
3. भुजंगासन: पेट के बल लेटकर शरीर के ऊपरी भाग को ऊपर उठाना इस आसन का अंग है। इस आसन से पीठ और कंधों को मजबूती मिलती है और यह शरीर की ऊर्जा को फिर से सजीव करता है।
योग केवल आसनों का संग्रह नहीं है, बल्कि यह जीवन को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखने की भी कला है। इसके लाभ अनगिनत हैं।
पहला, यह मानसिक शांति को बढ़ावा देता है जो तनाव और चिंता से बचाने में सहायक होता है। दूसरा, दिनचर्या में इसे शामिल करने से शरीर की ऊर्जा में सुधार होता है।
अंत में, योग के अभ्यास से व्यक्ति का आत्मविश्वास भी बढ़ता है। इसके माध्यम से आत्मनिरीक्षण का अवसर मिलता है जो मानसिक विकास में सहायक होता है।